आईएनटी न्यूज़ नेटवर्क। मुज़फ़्फ़रपुर
31वीं राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक कांग्रेस 2023 में राष्ट्रीय स्तर पर शहर की प्रांजलि ने परचम लहराया है। 31वीं राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक कांग्रेस-2023 की केवीएस राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता जो पीएमएम श्री केंद्रीय विद्यालय आगरा में सम्पन्न हुई। इसमें केंद्रीय विद्यालय मुजफ्फरपुर द्वितीय पाली की आठवी कक्षा की छात्रा प्रांजलि प्रतिष्ठा ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। प्रांजलि का चयन जनवरी-2024 में होने वाले नेशनल चिल्ड्रेन साइंस कांग्रेस ओपन के लिए हुआ है। 31 वीं केवीएस राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक कांग्रेस -2023 में राष्ट्रीय स्तर पर कनिष्ठ वर्ग में कुल 15 बच्चों का
चयन पूरे भारत के केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के बीच से हुआ है।कनिष्ठ वर्ग में पटना संभाग से एकमात्र प्रांजलि का चयन एनसीएससी ओपन में हुआ है ।
प्रांजलि प्रतिष्ठा का प्रोजेक्ट प्लास्टिक और सिंथेटिक फाइबर के बदले केले के तने से बने विभिन्न प्रकार की
वस्तुओ का प्रयोग करना और पर्यावरण को बचाना विषय पर था। प्रांजलि ने बताया कि केले के बेकार तने जिसे हम यूं ही खेत में छोड़ देतेहैं उससे बहुत सारी उपयोगी चीज बनाई जा सकती हैं। वही सिंथेटिक फाइबर के बदले उनका प्रयोग किया जा सकता है। इससे पर्यवरण को बचाने में मदद मिलेगी प्रांजलि ने बताया की उनके प्रोजेक्ट
को निर्णायक मंडल ने बहुत ही सराहा तथा उनकी बनाई हुई चीजों से वे बहुत ही प्रभावित हुए।
इस कार्य में उनकी गाइड कर रही डॉ. प्रीति शाही ने बताया की प्रांजलि एक मेहनती एवं मेधावी छात्रा है। प्रांजलि की
सफलता पर केंद्रीय विद्यालय मुजफ्फरपुर की प्राचार्य रूपाली परिहार एवं उप प्राचार्या राजेश
कुमार ओझा ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा की उन्हें प्रांजलि पर गर्व है। बता दें कि प्रांजलि के पिता डॉ सरोज कुमार मुज़फ़्फ़रपुर शहर में दंत चिकित्सक है व मां शिक्षिका है। ये मूल रूप से जैतपुर ओपी क्षेत्र के कोलवारा के रहने वाले है। वर्तमान में जीरो माईल में रह रहे है।
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