वीरगंज / पिछले कुछ समय से भारत के विभिन्न हिस्सों से पर्सा, बारा समेत सीमावर्ती नाकों के रास्ते नेपाल आने वाले भारतीय पर्यटकों को नेपाली सुरक्षा कर्मियों द्वारा जांच के नाम पर बेवजह परेशान किए जाने की शिकायतें बढ़ने लगी थीं। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए मधेश प्रदेश सरकार ने तत्काल संज्ञान लिया है।
मधेश प्रदेश के उद्योग, वाणिज्य एवं पर्यटन मंत्री बसन्त कुशवाहा ने इस विषय में गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रदेश के सभी आठ जिलों—पर्सा, बारा, रौतहट, सर्लाही, महोत्तरी, धनुषा, सिरहा और सप्तरी—के जिला प्रशासन कार्यालयों को विशेष परिपत्र जारी किया है। इस परिपत्र के माध्यम से उन्होंने भारतीय पर्यटकों की सहज और सम्मानजनक आवाजाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
परिपत्र में यह स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि सीमा नाकों पर तैनात सुरक्षाकर्मी पर्यटकों के साथ अनुचित पूछताछ, अभद्र व्यवहार तथा अनावश्यक जांच कर रहे हैं, जिससे नेपाल आने वाले भारतीय नागरिकों में असहजता तथा नाराजगी देखी जा रही है।
मंत्री कुशवाहा ने निर्देश दिया है कि सभी सीमावर्ती जिलों में पर्यटक-मित्रवत वातावरण सृजना किया जाए, और सुरक्षाकर्मियों को व्यवहार में परिवर्तन लाने की सख्त हिदायत दी जाए।
उन्होंने कहा, “भारत और नेपाल के बीच ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से गहरा संबंध है। पर्यटकों को कठिनाई नहीं, सम्मान मिलना चाहिए। इससे दोनों देशों के संबंधों में मजबूती आएगी और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।”
प्रदेश सरकार के इस त्वरित कदम को सराहनीय मानते हुए जानकारों का कहना है कि इससे सीमा क्षेत्र में भ्रमण करने वाले भारतीय नागरिकों को बेहतर अनुभव मिलेगा, जो कि द्विपक्षीय संबंधों में सौहार्द का प्रतीक है।
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