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भारतीय न्यूरोथेरेपी एसोसिएशन का गठन, 12 राज्यों में संचालन समिति का विस्तार

 INT NEWS NETWORK 

मुजफ्फरपुर :: भारतीय न्यूरोथेरेपी एसोसिएशन का सांगठनिक विस्तार 12 राज्य में किया गया है। एसोसिएशन के राष्ट्रीय संयोजक न्यूरो थेरेपिस्ट विपीन पाठक ने बताया कि विश्व न्यूरोथेरेपी दिवस पर आयोजित महाकुंभ में शामिल देशभर से आए न्यूरोथेरेपिस्टों ने सर्वसम्मति से भारतीय न्यूरोथेरेपी एसोसिएशन का गठन किया है। इस अवसर पर राष्ट्रीय संयोजक न्यूरो थेरेपिस्ट बिपीन पाठक मुजफ्फरपुर को बनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. दिनेश ने की। सत्र में निर्णय लिया गया कि हर प्रदेश से एक-एक सदस्य को संचालन समिति में शामिल किया जाएगा। अब संगठन का विस्तार किया जा रहा है। आन लाइन बैठक में संगठन का विस्तार किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि वरिष्ठ नेयूरोथेरेपिस्ट व ए-वन सूर्यमल आश्रम के पूर्व ट्रेनर शैलेश यादव को उत्तर प्रदेश का संयोजक बनाया गया। उनको संचालन की जवाबदेही सौंपा गई। वहीं, बिहार का दायित्व नालंदा के चिन्मयदेव को मिला। झारखंड की जिम्मेदारी संतोष कुमार को और राजस्थान का संचालन जितेंद्र भाटिया को सौंपा गया। हिमाचल प्रदेश की कमान रणजीत सिंह जसवाल को दी गई, जबकि दिल्ली से निलेश चंद्र संचालन समिति सदस्य चुने गए।

इस तरह कुल 12 राज्यों में संचालन समिति का गठन किया गया, जिसमें प्रत्येक प्रदेश से प्रतिनिधि शामिल किए गए हैं। न्यूरो थेरेपिस्ट पाठक ने कहा कि 

 समिति का उद्देश्य न्यूरोथेरेपी को संगठित स्वरूप देना और देशभर में इसकी गतिविधियों का विस्तार करना है। बैठक में शामिल न्यूरोथेरेपिस्टों ने कहा कि एसोसिएशन की स्थापना से इस पारंपरिक उपचार पद्धति को नई पहचान मिलेगी और आने वाले समय में देश के हर राज्य में इसे बढ़ावा देने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे। मालूम हो कि 

न्यूरोथेरेपी एक प्राचीन भारतीय प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति है। जिसमें शरीर के नसों पर हल्का दबाव देकर रक्त व हार्मोन का संतुलन बनाया जाता है। यह दवा रहित उपचार है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर कई शारीरिक व मानसिक रोगों से राहत दिलाने में सहायक माना जाता है।

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