INT रिपोर्टिंग टीम, हथौड़ी(मुज़फ़्फ़रपुर), बिहार
मुज़फ़्फ़रपुर जिलान्तर्गत हथौड़ी के हिंदुस्तान से जुड़े युवा पत्रकार व मीडिया फॉर बॉर्डर हार्मोनी के सक्रिय सदस्य विमलेंदु उर्फ गुड्डू के असमय निधन ने क्षेत्र के पत्रकार समुदाय को गहरे सदमे में डाल दिया है। सड़क दुर्घटना में उनकी हुई मौत की खबर जैसे ही साथियों तक पहुँची, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। रविवार को मीडिया फ़ॉर बॉर्डर हार्मोनी से जुड़े पत्रकारों की एक टोली उनके घर पहुँची और शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया।
पत्रकार गुड्डू की अचानक हुई निधन से उनके परिवार की खुशियों को मानो थाम दिया है। घर पर पसरा सन्नाटा उनकी कमी को हर पल महसूस करा रहा था। उनके पिता के आंखों से गिड़ता आंसुओ का बूंद हर किसी को रुलाने पर मजबूर कर रहा था। गुड्डू के भाई, पत्रकार व वरीय अधिवक्ता राजू कुमार से मुलाकात के दौरान पत्रकारों ने संवेदना व्यक्त की और इस दुःख की घड़ी में साथ खड़े रहने का भरोसा दिया। राजू की नम आँखें और रुंधी आवाज़ गुड्डू से जुड़े संघर्ष, सपनों और अधूरी इच्छाओं की कई परतें खोल रही थीं। टीम में शामिल पत्रकारों ने उनसे जुड़ी कई घटनाओं को साझा करते हुए श्रद्धांजलि दी। सबने कहा कि वह एक मिलनसार और बहुत ही सुंदर व्यक्तित्व के धनी थे। उनके निधन से हुई क्षति को पूरा नहीं किया जा सकता।
टीम में वरीय पत्रकार अमरेंद्र तिवारी, मीडिया फॉर बॉर्डर हार्मोनी के जिलाध्यक्ष रंजन कुमार, मीडिया फ़ॉर बॉर्डर हार्मनी के राष्ट्रीय महासचिव वरीय पत्रकार शितेश कुमार, मीडिया फ़ॉर बॉर्डर हार्मनी औराई विधानसभा अध्यक्ष वरीय पत्रकार शैलेन्द्र कुमार उर्फ संजू, वरीय पत्रकार नवीन झा, वरीय पत्रकार फिरोज अख्तर, वरीय पत्रकार इंद्रजीत कुमार मुन्ना, समरजीत कुमार सहित कई पत्रकार मौजूद थे। सभी ने पत्रकार गुड्डू के योगदान, उनकी सरलता और पत्रकारिता के प्रति समर्पण को याद किया।
गुड्डू की मौत सिर्फ एक परिवार की क्षति नहीं, बल्कि पत्रकारिता जगत की भी अपूरणीय हानि है। साथियों ने उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और कहा कि उनकी कमी लंबे समय तक खलती रहेगी।



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