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एमएफबीएच की पहल पर सदन में मांग उठाने के लिए एमएलसी बंशीधर ब्रजवासी को पत्रकारों ने दी बधाई।
--- सबको मिले पेंशन नियम को शिथिल करने की होगी अब पहल
चंदन कुमार मुख्य संवाददाता आईएनटी मुजफ्फरपुर
पत्रकार लोकतंत्र के प्रहरी हैं। वर्षों तक निष्कलंक सेवा देने के बाद भी यदि उन्हें पेंशन जैसी बुनियादी सुविधा से वंचित रहना पड़े, तो यह अन्याय है। सरकार के पास पत्रकारों के कार्य अनुभव के कई प्रमाण उपलब्ध हैं, जिन्हें आधार बनाकर वरिष्ठ पत्रकारों को पेंशन दी जानी चाहिए। यह बातें वरीय पत्रकार अमरेंद्र तिवारी ने कही। उन्होंने पत्रकारों की आवाज को सदन में उठाने के लिए एमएलसी बंशीधर ब्रजवासी को बधाई दिया। साथ हीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पेंशन योजना की राशि बढ़ाने के लिए पत्रकारों की ओर से आभार जाताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा से मांग करते है कि बिहार में पत्रकारों के लिए संचालित पेंशन योजना के नियमों को सरल और व्यावहारिक बनाया गया।
ताकि सरकार की मंशा पूरी हो और ज्यादा से ज्यादा पत्रकारों को इसका लाभ मिले। वर्तमान में योजना के अंतर्गत पेंशन पाने के लिए पत्रकारों को 20 वर्षों का कार्यानुभव और वेतन पर्ची प्रस्तुत करना अनिवार्य है। लेकिन यह शर्त बड़ी संख्या में वरिष्ठ पत्रकारों को इस योजना से वंचित कर रही है। एमएफबीएच की प्रमुख मांगें- नियमों में शिथिलता लाई जाए, पत्रकार बीमा योजना की तर्ज पर पेंशन योजना में भी शपथ पत्र के आधार पर लाभ दिया जाए। योग्यता की नई शर्तें तय हों, जिसमें न्यूनतम 10 वर्षों का कार्य अनुभव पर्याप्त माना जाए। आयु सीमा 60 वर्ष हो। सैलरी स्लिप की अनिवार्यता खत्म की जाए। कार्य अनुभव को प्रमाणित करने के लिए सैलरी स्लिप की जगह वैकल्पिक स्रोतों को स्वीकार किया जाए।
जैसे जिला सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की पत्रकार सूची व चुनावों के दौरान जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा जारी परिचय पत्र को आधार माना जाय। मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री व अन्य सरकारी कार्यक्रमों में न्यूज़ कवरेज हेतु पत्रकारों को जारी पहचान पत्र, जिला प्रशासन या राजनीतिक दलों द्वारा जारी मीडिया पास को भी आधार माना जाय। ग्रामीण पत्रकारों को मान्यता मिले। मान्यता प्राप्त पत्रकारों की परिभाषा में प्रखंड स्तर के पत्रकारों को भी शामिल किया जाए। इसके लिए राज्य सरकार अपने गजट में आवश्यक संशोधन करे। पत्रकारों को 'कुशल श्रमिक' का दर्जा मिले श्रम संसाधन विभाग पत्रकारों, कंटेंट क्रिएटर्स को कुशल श्रमिक की श्रेणी में जोड़े, सहित अन्य मांग प्रमुख रूप से शामिल है। एमएफबीएच के जिला उपाध्यक्ष पंकज राकेश ने कहा कि पूर्व मंत्री वृषण पटेल की पहल पर पत्रकार बीमा योजना का लाभ मिलना शुरू हुआ था।
हाल हीं में एमएफबीएच की टीम एमएलसी बंशीधर ब्रजवासी से मिलकर पेंशन योजना की राशि में वृद्धि करने और इसे सरल बनाने के लिए सदन में मांग रखने की मांग किया था। जिसके बाद एमएलसी बंशीधर ब्रजवासी के द्वारा की गई जोरदार पहल का नतीजा है पेंशन योजना में संशोधन। पत्रकार बीमा के साथ साथ पत्रकार पेंशन योजना का लाभ मील का पत्थर साबित होगा। उधर एमएफबीएच के मुजफ्फरपुर जिलाध्यक्ष रंजन कुमार, वैशाली जिलाध्यक्ष प्रभात कुमार, पत्रकार वरुण कुमार, प्रशान्त कुमार, रोहित रंजन, राकेश कुमार, ब्रजेन्द्र कुमार, बिनोद पासवान, चंद्रभूषण कुमार, शैलेन्द्र कुमार, शीतेस कुमार, राजेश कुमार, चंदन कुमार, मो. इम्तियाज, अनिल कुमार,अनिल ठाकुर आदि पत्रकारों ने एमएलसी बंशीधर ब्रजवासी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आभार जताया है।
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