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-मठ मंदिरों को सरकारी स्कूलों से बाहर करें सरकार
----तुर्की बरकीरबा में आयोजित सप्त चंडी महायज्ञ व सनातन समागम में हुए शामिल
आईएनटी टीम,मुजफ्फरपुर::: हिंदू सुरक्षा सेवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हनुमानगढ़ी मंदिर, अयोध्या के महंत राजू दास ने आज बाबा गरीब नाथ धाम, पहुंचकर विधिवत दर्शन-पूजन किया। इसके बाद वे तुर्की प्रखंड के बड़कुर्वा गांव में आयोजित सप्त चंडी महायज्ञ व सनातन समागम में शामिल हुए। बाबा गरीब नाथ धाम में प्रधान पुजारी पंडित विनय पाठक के साथ पुजारायों ने स्वागत किया।
मीडिया से बात करते हुए महंत राजू दास ने कहा कि बाबा गरीब नाथ धाम बिहार के श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है और यह स्थल समस्त सनातन समाज के लिए गौरव का प्रतीक है। उन्होंने मांग की कि मुजफ्फरपुर, जिसे उन्होंने विदेशी आक्रांताओं द्वारा दिया गया नाम बताया, को बदलकर बाबा गरीब नाथ धाम नाम दिया जाए। उन्होंने कहा कि जैसे अयोध्या को फैजाबाद से मुक्त कर अयोध्या धाम नाम दिया गया, उसी प्रकार यह नाम परिवर्तन भी जरूरी है।
महंत राजू दास ने तुर्की प्रखंड के नाम पर भी आपत्ति जताते हुए कहा कि तुर्की नाम भी विदेशी आक्रांताओं की मानसिकता का प्रतीक है, और इसे बदलकर श्रीराम नगर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे इन दोनों नाम परिवर्तन की मांग को लेकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को पत्र लिखेंगे और इसके लिए विशेष अभियान भी चलाया जाएगा।
मठ-मंदिरों की मुक्ति की मांग
उन्होंने यह भी कहा कि देश भर में लगभग 25 लाख मठ-मंदिर सरकार के नियंत्रण में हैं, जिन्हें अविलंब मुक्त किया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि इन धार्मिक संस्थानों की संपत्तियों से सड़क, नाला आदि का निर्माण करवाया जा रहा है, जबकि यह धन गुरुकुलों, सनातन धर्म की शिक्षा, और सनातनी बेटियों के विवाह जैसे कार्यों में लगाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, देश में कोई भी मस्जिद या चर्च सरकार के कब्जे में नहीं है, जबकि मठ-मंदिरों पर 22 प्रकार के काले कानून लागू हैं। इन कानूनों को तुरंत समाप्त किया जाना चाहिए।”
धार्मिक असहिष्णुता और कार्रवाई की मांग
महंत राजू दास ने हाल ही में हरियाणा की एक बेटी द्वारा सोशल मीडिया पर ऑपरेशन सिंदूर के समर्थन में किए गए पोस्ट पर पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि फिल्म जगत से जुड़े कई लोग भारत में रहते हुए भी पाकिस्तान समर्थित विचारधारा को बढ़ावा देते हैं, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती।
उन्होंने यह भी कहा कि टीएमसी के नेताओं, बिहार के पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर जैसे लोगों द्वारा रामचरितमानस और सनातन धर्म पर की गई टिप्पणियों पर कोई कड़ी कार्रवाई नहीं होती। उन्होंने देश के हिंदुओं से अपील की कि ऐसे तत्वों के विरुद्ध संवैधानिक और सामाजिक दोनों स्तरों पर कड़ा विरोध दर्ज कराएं।
सनातन धर्म की रक्षा से मानवता की रक्षा::: महंत राजू दास ने चेताया कि यदि समय रहते सनातन धर्म की रक्षा नहीं की गई तो भारत का भविष्य भी उन देशों जैसा हो सकता है जहां से हिंदू संस्कृति लगभग समाप्त हो चुकी है, जैसे सीरिया, ईरान, इराक, लेबनान, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हाल ही में 500 हिंदुओं के घर जला दिए गए, जो एक गंभीर संकेत है।
यदि विश्व की संस्कृति और मानवता को बचाना है तो पहले सनातन धर्म को बचाना होगा। सनातन बचेगा तभी मानवता बचेगी। सनातन समाधान के आयोजक पंडित राज रोशन झा, स्वागत अध्यक्ष पंडित रामकुमार झा, तुर्की दुर्गा मंदिर शक्तिपीठ के महंत पंडित कमलेश झा, अखंड भारत पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पंडित हरिशंकर पाठक मैथली परिषद के अजयनंद झा आदि ने उनका फूल माला और अंग वस्त्र से स्वागत किया।
शक्तिपीठ दुर्गा मंदिर के दरबार में माता दर्शन किए पूजा अर्चना के बाद प्रधान पुजारी पंडित कमलेश झा एवं पूजा समिति के अध्यक्ष उमाकांत यादव , सचिव बांके बिहारी , नवीन, कोषाध्यक्ष टिंकू यादव आदि ने स्वागत किया।
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